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lic ipo in hindi

LIC IPO: LIC IPO Date, Price, Valuation | जल्द आने वाला है LIC का IPO, निवेश से पहले जान लें ये सभी बातें।

You must know thing before investing in IPO

शेयर बाजार में दिलचस्पी रखने वाले लोगो के लिए एक अच्छी खबर आयी है। एलआईसी (LIC) ने सेबी के पास डीआरएचपी (Draft Red Herring Prospectus) फाइल कर दी है। और इसी के साथ अब LIC के आईपीओ के आने का इंतजार ख़त्म हो चुका है। 

 

क्या होता है Draft Red Herring Prospectus

ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्टपेक्टस (DRHP) एक किस्म का प्रस्ताव दस्तावेज (Offer Documents) होता है, जिसे मर्चेंट बैंकर आईपीओ पेश करने वाली कंपनी के साथ मिलकर तैयार करते है और SEBI के समक्ष पेश करते है। 

उसके बाद SEBI उस दस्तावेज को ठीक से  Analyze  करता है ,दस्तावेज में दिए गए सभी बातों को वेरीफाई करता है और यदि सभी चीजें नियमानुसार होता है तो SEBI DRPH को approved करता है। और उसके बाद IPO के लाने की शुरुआत होती है। 

इस दस्तावेज में कंपनी बताती है कि वह बाजार से पैसा क्यों जुटाना चाहती है, कितना पैसा जुटाना चाहती और इस पैसे का किस तरह इस्तेमाल करने वाली है. इसके अलावा कंपनी में निवेश करने के संभावित जोखिमों के बारे में भी बताना होता है। 



लोगों को एलआईसी के आईपीओ का लंबे वक्त से इंतजार है। LIC भारत की सबसे बड़ी बीमा कंपनी और एक सरकारी कंपनी है। 

 

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एलआईसी की पॉलिसी रखने वाले लोगों के लिए सबसे अच्छी बात है कि आईपीओ का 10 फीसदी हिस्सा उनके लिए रिजर्व होगा। इससे उन्हें शेयर मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। इसके अलावा उन्हें प्रति शेयर कीमत में भी कुछ डिस्काउंट मिलने की उम्मीद है।

जब भी कंपनी को कंपनी के ग्रोथ के लिए पैसे कि आवश्यकता होती है तो कंपनी के पास कई ऑप्शन होते है बाजार से पैसे जुटाने के लिए जिनमे से एक है Initial Public Offering (आईपीओ )। 

 

जब कभी कोई कंपनी IPO के जरिये पैसे जुटाती है इसका मतलब है की कंपनी अपना हिस्सा बाँट रही है। 

 

जब भी हम अपने लिए या अपने परिवार में किसी भी सदस्य के लिए जीवन बीमा लेने के बारे में सोचते है तो सबसे पहले जिस कंपनी का नाम हमारे दिमाग में आता है वह है LIC (Life Insurance Corporation of India)। 

 

LIC भारत कि सबसे बड़ी बीमा कंपनी है। इसमें भारत सरकार कि 100 फ़ीसदी हिस्सेदारी है जिसे आईपीओ के जरिये सरकार घटाना चाहती है। इसके लिए एलआईसी का आईपीओ (LIC IPO) लाया जा रहा है। LIC का आईपीओ आने या शेयर बिकने से एलआईसी का काम और भी पारदर्शी और सक्षम हो सकेगा।

LIC का आईपीओ कब आ रहा है?

बीते 2 सालों से यह सस्पेंस बना हुआ था कि LIC का आईपीओ कब आएगा लेकिन अब इंतजार कि घड़ी ख़त्म हो चुकी है। एलआईसी (LIC) ने डीआरएचपी (Draft Red Herring Prospectus) फाइल कर दी है जिसका मतलब है अब आईपीओ जल्द ही आएगा। अभी LIC के आईपीओ आने की तारीख तय नहीं हुई है लेकिन उम्मीद है कि अगले महीने मार्च के अंत तक LIC का आईपीओ आ जायेगा। 

कितनी फ़ीसदी हिस्सा बेचेगी

मौजूदा समय भारत सरकार कि LIC में 100 फ़ीसदी हिसेदारी है। लेकिन आईपीओ आने के बाद सरकार कि हिसेदारी 5 फीसदी कम हो जाएगी और 95 फ़ीसदी कि हिस्सेदारी रह जाएगी।  

 

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एलआईसी (LIC) ने सेबी के पास डीआरएचपी (Draft Red Herring Prospectus) फाइल कर दी है और दस्तावेज के मुताबिक सरकार आईपीओ के जरिए एलआईसी में करीब 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी। सरकार 6.32 अरब शेयरों में से करीब 31.6 करोड़ इक्विटी शेयर बेचेगी। आईपीओ के जरिए जितना भी पैसा जुटाया जाएगा, वह सारा भारत सरकार के खजाने में जाएगा।

कंपनी का इशू प्राइस क्या होने वाला है

कंपनी ने अपने DRHP में इस बात का खुलासा नहीं किया है की IPO का इशू प्राइस क्या होने वाला है लेकिन 632 करोड़ शेयर के टोटल इक्विटी कैपिटल के आधार पर अगर 5% इश्यू देखें तो LIC का IPO 53,500 करोड़ रुपए से 93,625 करोड़ रुपए के बीच हो सकता है। इस हिसाब से LIC का इश्यू प्राइस 1963-2961 रुपए के बीच हो सकता है।

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