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Kisan Vikas Patra Yojana 2021: डाकघर की इस स्कीम में मिलता है आपको गारंटीड रिटर्न | 124 महीने में हो जाता है आपका पैसा डबल।

Kisan Vikas Patra Yojana 2021: पैसा कमाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। जॉब करते है , बिज़नेस करते है , मजदूरी करते है।  लेकिन एक तबका ऐसा भी है जो पैसे की कीमत समझता है और पैसे को काम पर लगा कर पैसे से पैसे कमाता है। 

 

जी हाँ , पैसे से पैसे कमाता है और ऐसा करने के लिए कोई बहुत पढ़े लिखे या बहुत ज्यादा ज्ञानी होने की आवश्यकता नहीं है। आप भी अपनी एक छोटी सी कोशिश से ऐसे बड़े काम आसानी से कर सकते हैं।

 

मार्किट में आज निवेश के बहुत से विकल्प उपलब्ध है।  और लोग अपनी रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार अलग अलग एसेट क्लास जैसे म्युचुअल फंड, शेयर बाजार, गोल्ड, बांड, आदि में निवेश करते है जहाँ से उन्हें Passive Income आता है। 

 

अगर आप भी चाहते है की आप भी अपने पैसे को ऐसी जगह लगाए जहाँ से ये आपको और अधिक पैसा बना कर दें तो बने रहिये हमारे साथ। 

 

इस ब्लॉग पोस्ट में मै बात करूँगा किसान विकास पत्र की जो की पोस्ट ऑफिस की एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है। जो लोग अपने पैसे पर बिलकुल भी रिस्क नहीं लेना चाहते है , लेकिन अच्छा मुनाफा चाहते है उनके लिए KVP निवेश के लिए बहुत बढ़िया विकल्प है।

KVP पोस्ट ऑफिस की एक सेविंग स्कीम है जिसे भारत सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। भारत के किसानों को निवेश के लिए प्रेरित करने हेतु भारत सरकार ने सन 1988 में किसान विकास पत्र की घोषणा की थी। लेकिन सरकार की यह योजना अब भारत के सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध है। 

 

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किसान विकास पत्र आपको सुरक्षा की गारंटी के साथ फिक्स्ड रिटर्न की भी गारंटी देती है। इस स्कीम की मैच्योरिटी अवधि 124 महीने की होती है। यह आपके पैसे को 10 साल 4 महीने में डबल करने की गारंटी देती है।

किसे KVP में निवेश करना चाहिए?

निवेश बहुत जरूरी है और सही जगह निवेश उससे भी अधिक जरूरी है। 

 

जो निवेश में जोखिम लेने की क्षमता रखते है उन्हें शेयर बाजार , म्युचुअल फंड जैसे एसेट क्लास में निवेश करना चाहिए जहां से वे बैंक तथा पोस्ट ऑफिस के योजनाओं के मुकाबले अधिक मुनाफा कमा सके। लेकिन जो व्यक्ति रिस्क लेने की क्षमता से परे है  उन्हें KVP में निवेश अवश्य करनी चाहिए। 

 

KVP एक रिस्क फ्री निवेश का माध्यम है, इसके ब्याज दर में बाजार के उतार -चढ़ाव का कोई प्रभाव नहीं पड़ता और एक फिक्स्ड रिटर्न निवेशकों को प्रदान की जाती है।

KVP में ब्याज दर क्या है ?

KVP पर ब्याज दर भारत सरकार के वित्त विभाग द्वारा हर तिमाही में घोषित की जाती है।  2019-2020 के पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में KVP पर ब्याज दर 7.7 % थी , लेकिन कोरोना काल में यह ब्याज दर घट कर 6.9 % रह गयी है।  मौजूदा समय में KVP पर ब्याज दर 6.9 % है। 

KVP लोन की सुविधा भी उपलब्ध करवाता है

किसान विकास पत्र में निवेश एक अच्छा डिसीज़न हो सकता है। जहां एक और यह आपके पैसे की सुरक्षा की गारंटी के साथ उच्च दर पर फिक्स्ड ब्याज देने का वादा करता है वहीँ दूसरी और KVP सर्टिफिकेट सस्ते दाम पर लोन की सुविधा भी प्रदान करता है।  

 

यदि आपके KVP के मच्योरिटी से पहले आपको कभी लोन की आवश्यकता पड़ती है तो आप KVP सर्टिफिकेट को सिक्योरिटी के तौर पर रख कर लोन के लिए अप्लाई कर सकते है। 

KVP में Taxation नियम क्या है ?

KVP में निवेश से आपको इनकम टैक्स 80c के तहत किसी प्रकार का कोई छूट नहीं मिलता।  इस पर मिलने वाला ब्याज भी टैक्सेबल होता है। हालांकि, मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पर TDS नहीं कटता।

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